Tuesday, May 13, 2014

क्या भूलूँ क्या याद करूँ ?

क्या मौत मज़हब देखती है जम्हूरियत की मय्यत पर सियासत करने वालों ?
कृष्ण ने तो कहा था की जब जब पृथ्वी पर धर्म का ह्रास होगा तब उसकी पुनर्स्थापना के लिए उनका अवतार होगा। और कितना ह्रास देखूं जनाब या फिर तुम झूठे और तुम्हारी गीता भी ?


अजब गजब दुनिया है जनाब ये आधुनिकता की 
रात को यहाँ प्यार होता है और सुबह तलाक

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